क्या युद्ध करना हमारी ज़रूरत है ?
क्या पक्ष लेना हमारी ज़रूरत है?
अगर हम अपनी आँखें खोलें
तो पता चलेगा कि हम अंधे हैं
क्या यह सब इतना महत्वपूर्ण है कि हम लड़ते रहें ?
समग्रता में सोचो तो यह सब इसलिए है
कि कौन सही है और कौन गलत
कौन स्याह और कौन सफेद
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किसलिए अपना रक्त बहा रहे हैं
विषमलैंगिक या उभयलिंगी
तुम्हारा भगवान या मेरा
इन बातों का कोई महत्त्व नहीं
क्योंकि हम यहाँ केवल परस्पर प्यार करने के लिए हैं
जैसे कि कल है ही नहीं
तो चलो हर पल को ऐसे जियो जैसे हमारा समय उधार का लिया हुआ है
क्या हमें बम बनाना है?
क्या हमें बंदूक चलानी है?
अगर आपको अपना बचाव करना है,
यह एक ऐसा युद्ध है जिसे आप जीत नहीं सकते
क्या यह सबकुछ मरने लायक है?
समग्रता में सोचो तो यह सब इसलिए है
कि कौन अमीर है और कौन गरीब
कौन शुद्ध है और कौन अशुद्ध
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस चीज के लिए प्रार्थना करते हैं
मृत्यु या जीवन
आपका सच या मेरा
इन बातों का कोई महत्त्व नहीं
क्योंकि हम यहाँ केवल परस्पर प्यार करने के लिए हैं
जैसे कि कल है ही नहीं
तो चलो हर पल को ऐसे जियो जैसे हमारा समय उधार का लिया हुआ है