बीनते दिल मिस्रिया में
पेश है कुल शबाब
ख़िदमत-ए-आली जनाब
पेश है कुल शबाब
ख़िदमत-ए-आली जनाब
आतिश कदा अदाओं से
आतिश कदा अदाओं से
जल उठेगा आपके
दीदा-ए तर जा हिज़ाब
बीनते दिल मिस्रिया में
बीनते दिल मिस्रिया में..
महकश लबों पे आने लगी हैं
प्यासी कुर्बतें
हैरत ज़दा ठिकाने लगी हैं
सारी फुर्क़तें
कारिजों पे मेरे लिख ज़रा
रिफ्वातें चाहतों का सिला..
बीनते दिल मिस्रिया में
बीनते दिल मिस्रिया में
पेश है कुल शबाब
ख़िदमत-ए-आली जनाब
पेश है कुल शबाब
ख़िदमत-ए-आली जनाब
आतिश कदा अदाओं से
आतिश कदा अदाओं से
जल उठेगा आपके
दीदा-ए तर जा हिज़ाब
बीनते दिल मिस्रिया में
बीनते दिल मिस्रिया में..