एक थी बिल्ली उसका नाम था सिल्की
सिल्की गयी दिल्ली ,वहाँ उसने की मस्ती
दिल्ली मे था बंदर लाल क़िले के अंदर
बंदर ने दी मूँगफली , बिल्ली लेकर उसे चली
रास्ते मे मिला भालू , बोला क्या मे खालू
बिल्ली ने दिया उसे अनार
ले वो चला क़ुतुब मीनार
उसे मिला एक घोड़ा
लेकर उसे जो दौड़ा
जंतर मंतर जा पहुँची ,देखकर उसे भागे चूहे