देखा हमें कुछ ऐसे के बहका दिया हमें
तुम ने तो ख्वाब देखना सिखला दिया हमें
उस जिंदगी से कैसे सितम को गिला करे
जिस जिंदगी ने आप से मिलवा दिया हमें
देखा हमें कुछ ऐसे के बहका दिया हमें
आँखों में हैं नशीले भंवर, जुल्फ में लहर
दरिया ये कैसा हुस्न का दिखला दिया हमें
अरमानों का जहां, मोहब्बत की दास्तां
हम क्या कहे के आप ने क्या क्या दिया हमें
देखा हमें कुछ ऐसे के बहका दिया हमें
मंझर तमाम रंग में डूबे हुए से हैं
तुम ने ये किस मकाम पे पहुँचा दिया हमें
ये आप हैं के, आया हैं मौसम बहार का
शादाब कर दिया हमें, महका दिया हमें
देखा हमें कुछ ऐसे के बहका दिया हमें