मैं जानू आपकी अक्ल का ख़ज़ाना
हाथी मैं जैसे चींटी का दिमाग़
बेवक़ूफ़ों ध्यान से सुन लो यह तराना
बर्बाद हो कर लोग तुम याद
कह रहे तुम्हारे आँखों के लड्डू
तुम्हारी बुद्धि की बत्ती हैं गुल
हम खोले राज़ आज राज़ गद्दी का
तुम जान लोगे पूरा बिलकुल
आने वाला हैं मौक़ा सुनहरा
हो तैयार सुनने चटपटा क़िस्सा
कल आएगा कलयुग और जाएगा सतयुग
क्या हम बनेंगे मंत्री
चुपचाप सुनो ससुरी
हैं कायर यह काम पर मिलेगा इनाम
मुझको मिल जाएगा अपना हिसाब
अब ना होगा मुझपे अत्याचार
हो तैयार ....
*पाँचो उँगलियाँ तब होंगी घी मैं
होंगी राजा संग हमारी रिश्तेदारी
हम हैं राजा कुछ ना देंगे यूँ ही मुफ़्त मैं
तुम्हें लेनी पड़ेगी ज़िम्मेदारी
भविष्य मैं हैं इनाम बहुत से
याद रखना यह बात हमारी
जो हो गई गलती किसी से
तो भारी पड़ेगी रिश्तेदारी
हो तैयार हम हिलायेंगे सिंहासन
बग़ावत ऐसी कभी ना हुई
बुनेंगे ऐसा जाल चलेंगे टेढ़ी चाल
प्यासा ना रहूँगा तभी
मैं बनूँगा एक राजा महान,बलवान,घमासान
जिसकी जय जय करेंगे सभी
मेरे मुँह से टपकती है लार(x2)
हो तैयार.....(x2)