आपाये बहाराये रोशन होगई महफ़िल किसी के नाम से
घर में जैसे सूरज निकलाये शाम से
इसतरफ तो आईहै
आराम से तशरीफ़ रखिये
इस महफ़िल की शान को बडाईहै
अवाब के सामने पेशकडिब्बाथ है
यह दावत
आ ही है, मेहमान
क्या है आपका फरमान
करलिए साड़ी तैय्यारी पूरा
हो कहर हर मान
है शरबा और कबाब
जी हाँ सब कुछ बेहि साब
इस को काकरुन बचे ताली
देकवाही अर एक ताली
ऐ गाएं करे डांस
एलो सब करे रोमांस
इस रोनत्से अंगारेहैं छी अनजान
लेजेए रेके मेनू
कितमत में अब परक्यू
आ ही है, आ ही है मेहमान
दम आलू, बटर रोल
बिरियानी मटन टो
अम सब दे अपनी अदा
तो हिस सबसे अनमो
चेहेर अब क्यों है गंभीर
बहुत कितना है रंगीर
सब चेहेरौं पे रौनक आयी
सबके बिलनी मस्ती छायी
है आसीन है दमाल
हो तयाहब बस बवान
हो हिज जिसने कहाँ में काममाते जान
अब तो थोड़ा मुसकाई
बेहतककल उफौ जाए
तो आ ही है मेहमान
आमीन आपके कदरदान
आ ही है, आ ही है
मेहमान
जीना है पे कहा
जो कुछ ना करें खिदमत का
बिनाका हम इस बांहो तो बेजान
आ वो बी क्या कृतेथे अपने
क्यों कथरथ
अपने थो रहना कोईशान
ऐ वक्त की लक्कीरे
अपीन संग लागीर थकथीरे
मिले मक्के बसुना दिखाने खा
मस बड़े आप रेह्ते अम यूँही
आरसी और निकली
आपायी टो बल्ले बल्ली
आ पा ही, आ पा ही
घर अपने खुशियां चाहे
कप्से तेहैं बेकरारप आलसनेली अंगाई
बिस्कुट चाय आप हो जाए
गरमागरम पेश किया जाई
पर दिन चम् चम् चमक डार
में भी हो जाथी तैयार
चढ़े हम दिलकारा
है क्या है है क्या साधा
ना करना कोई शरारत में ली जा
मोहतरमा चुप हैं क्यों
शत कर कितनी खोलूं
है आप मेहमान
मेहमान, मेहमान, मेहमान
आ ही है, मेहमान
आप्टे हु जाहे मेहमान
हम को हिममत कए मौका देखे
हीं जी है ऐसा
खुश होंगे ऐसा सा
हम सब मिल कहीं है रा
देखे चिलमिल रत यही प्यारी
इससे करते काटे तारी
ऐ से ऐ
एक भगवान्
खुश हो कर निषे मेहमान
सेहले पे होकि सुन्दर मुस्का
दो पहले नश्वर माये
पीर शूम हमे जाए
मेहमान, मेहमान
आ ही है, जी मेहमाँ