मैंने अपना घोंसला बनाया , घोंसला बनाया हमारे शाहबलूत वृक्ष में
मैंने अपना घोंसला बनाया , घोंसला बनाया हमारे शाहबलूत वृक्ष में
मैंने जीवन की प्रतीक्षा की, मैंने प्रेम की प्रतीक्षा की
मैंने मृत्यु की प्रतीक्षा की और मैं सदैव तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा हूँ
मैंने अपना घोंसला बनाया , घोंसला बनाया हमारे शाहबलूत वृक्ष में
मैंने अपना घोंसला बनाया , घोंसला बनाया हमारे शाहबलूत वृक्ष में
वृक्षों के पत्ते गिर गए हैं , शारद ऋतु आ चुकी है
मैंने दिनों और हफ्तों को बीतते देखा है
क्या मैं अपना जीवन शाहबलूत वृक्ष के घोंसले में अकेले ही व्यतीत करने जा रहा हूँ ?
क्या मैं अपना जीवन शाहबलूत वृक्ष के घोंसले में अकेले ही व्यतीत करने जा रहा हूँ ?
मैं यहां से नहीं हिलना चाहता , यह हमारे लिए बना है
जब तक मुझ में जान है, मैं तुम्हारी प्रतीक्षा करूंगा
मैंने जीवन की प्रतीक्षा की, मैंने प्रेम की प्रतीक्षा की
मैंने मृत्यु की प्रतीक्षा की और मैं सदैव तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा हूँ