तुम्हारी बेरुखी और तुम्हारी अशिष्टता,
तुम्हारे क्रूर और हेकड़ हाव-भाव
ने मुझे अक्सर रुलाया है
तुम मुझसे कभी भी खुश नज़र नहीं आए
मैंने तुम्हारी जी जान से देखभाल की और इसके बदले तुमने मेरी हर तरह से नुक्ता-चीनी की
तुमने मेरे प्यार की हर कोशिश की बेकदरी करने का कोई मौका नहीं छोड़ा
तुमने इस तरह अपनी हरकतों से मेरे अंदर नफरत भर दी
तुम्हारा प्यार हमेशा से ही ऐसा था
तुम्हारा व्हवहार शुरू से ही ऐसा था
और उचित समय पर मैंने इसका इलाज नहीं किया
और तब से तुम खुद को को श्रेष्ठ समझने लगे
तुम्हे मेरे पास जो नारी की आत्मा है उसकी थोड़ी समझ होनी चाहिए
मैं तुम्हे हर वक्त इस बात के लिए माफ़ नहीं कर सकती कि
तुम मेरे प्यार की इस तरह बेकदरी करते रहो
तुमने इस तरह अपनी हरकतों से मेरे अंदर नफरत भर दी
तुम्हारा प्यार हमेशा से ही ऐसा था