सोचा ना था कभी मेरा दिल होगा तुम्हारे पास
मगर तुम आये और
तुमने मेरे दिल को घायल कर दिया मिलते ही
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में
और लगता शायद तुम्हारे लिये हैं आसान मुझे दूर जाने देना
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में और मिल गया मुझे घर
पता नहीं कितनी बार किया मजबूर मुझे अपना मन बदलने का और वापिस आने का
नहीं तय कर पा रही कि बचाने दू तुम्हें अपनी ज़िंदगी या डूब जाऊँ मैं
मैं करती उम्मीद तुम देख सको मेरे दिल के पार
मैं करती उम्मीद तुम सँभाल लो,क्यूँकि मैं वैसे ही हूँ गिर रही
मैं नहीं होने दू कभी हमारा प्यार इतना गहरा
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में और मिल गया मुझे घर
दुनिया देखती मुझे शर्मिंदगी से और मुझे नहीं
दिखती वजह प्यार पाने की
और मैं कभी नहीं चाहती तुम्हें छोड़ना पर मैं नहीं कर सकती तुम्हें दुखी अगर मैं हूँ अकेली
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में
और लगता शायद तुम्हारे लिये हैं आसान मुझे दूर जाने देना
मैं करती उम्मीद तुम देख सको मेरे दिल के पार
मैं करती उम्मीद तुम सँभाल लो,क्यूँकि मैं वैसे ही हूँ गिर रही
मैं नहीं होने दू कभी हमारा प्यार इतना गहरा
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में और मिल गया मुझे घर
मैंने की बहुत कोशिश ना जान सको तुम सच्चाई
और कभी नहीं बताई कोई बात
मैंने कभी ना किया था सच्चा प्यार जब तक तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में
और लगता शायद तुम्हारे लिये हैं आसान मुझे दूर जाने देना
मैं करती उम्मीद तुम देख सको मेरे दिल के पार
मैं करती उम्मीद तुम सँभाल लो,क्यूँकि मैं वैसे ही हूँ गिर रही
मैं नहीं होने दू कभी हमारा प्यार इतना गहरा
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में और मिल गया मुझे घर
तुमने डाली अपनी बाहें मेरे गले में और मिल गया मुझे घर