साने दरबार
जिल मिल लाता है चाशनी बहार
ए असीनो के चालवे हज़ार
देखर इक प्यारकी निशानी रानी
बन्जाइ वो सपनो की
देखो कमाल
कह नसारें है, है बेमिसाल
जाने कापत ले किस्मत की चाल
चलो छु मैं काये मस्त होजावर दस्त
ओह सारे अभी परवाह