अंग लगा दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
अंग लगा दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
जोग लगा दे रे
प्रेम का रोग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चंदन रे
उजली कोरी प्रीत पे
आ सत रंग लगा दे रे
अंग लगा दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
रात बंजर सी हैं
काले खंजर सी हैं
रात बंजर सी हैं
काले खंजर सी हैं
तेरे सीने की लौ
मेरे अंदर भी हैं
तू हवा दे इसे
तो मेरा तन जले
जला दे रे संग जला दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
रास हैं रात में
तेरी हर बात में
रास हैं रात में
तेरी हर बात में
बोल मैं क्या करूँ
ऐसे हालात में
हूँ मैं तेरी मलंग
तू हैं मेरा नशा
चढा दे रे भंग चढा दे रे
प्रेम की भंग चढा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
जोग लगा दे रे
प्रेम का रोग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)
(राम रतन धन)
(लगन मगन मन)
(तन मोरा चंदन रे)