पर मैं हासिल करके रहूँगी
मुझे आगे बढ़ने की है चाह
नहीं मंज़िल दूर
नहीं मंज़िल दूर
कहते हैं लोग मुझे पगली
मेरा नहीं कसूर
कोशिशें बहुत कीं
हैं मेरे कुछ उसूल
रुकने वाली नहीं अब मै
नहीं मंज़िल दूर
मेरे पापा ने कहा था
"सपने पूरे होते हैं"
पूरा है करना पड़ता, हाँ! मेहनत कर करके
उतार-चढ़ाव मैंने बहुत देख लिए
अब ग़म के बादल हैं छट रहे
मन कर रहा है नाचूँ
हट जाओ सब! मै आ रही हूँ
नहीं मंज़िल दूर
लोग सभी आएँगे यहाँ ज़रूर
नहीं मंज़िल दूर
नहीं मंज़िल दूर
कोशिशें बहुत कीं
हैं मेरे कुछ उसूल
अब आसमान को छूने मैं निकल पड़ी हूँ
नहीं मंज़िल दूर