अय, अय, अय, अय…
ज़िंदगी के कई वर्ष बीतने के बाद
मुझे यह समझ आई है कि
जीवन को भरपूर जीना चाहिए
अन्यथा जीवन समाप्त हो जाता है।
समय बीतने के साथ
स्नेह प्रगाढ़ हो जाता है
हमारे पास जो कुछ भी है उसकी हम सराहना करना शुरू कर देते हैं
और अन्य लोगों का सम्मान करने की हमारी कोशिश रहती है
मीठा पानी,खारा पानी,
जो सुगमता से मिलता है वो सुगमता से चला भी जाता है।
मीठा पानी, खारा पानी,
सफल जीवन, यह देता है और लेता भी है
पानी जो आकाश से गिरता है
समुद्र की लहरों पर,
मैं तुम्हें मीठा पीना चाहता हूं
और तुम खारे हो जाते हो
मैं तुम्हें मीठा पीना चाहता हूं
और तुम खारे हो जाते हो
मीठा पानी, खारा पानी,
मीठा पानी, खारा पानी।
अय, अय, अय, अय…
जैसे-जैसे हमारी उम्र बीत रही है
हमें अपने कदम समझदारी से उठाने की ज़रूरत है ,
हमारे लिए यही उचित है
भले ही यह एक लंबा समय ले
जैसे-जैसे हमारा जीवन आगे बढ़ता है
हम अपनी गलतियों से सीखते हैं,
हमारा दिल मज़बूत हो जाता है
और भावनाएं भी काफी मजबूत हो जाती हैं
मीठा पानी,खारा पानी,
जो सुगमता से मिलता है वो सुगमता से चला भी जाता है।
मीठा पानी, खारा पानी,
सफल जीवन, यह देता है और लेता भी है
पानी जो आकाश से गिरता है
समुद्र की लहरों पर,
मैं तुम्हें मीठा पीना चाहता हूं
और तुम खारे हो जाते हो
मैं तुम्हें मीठा पीना चाहता हूं
और तुम खारे हो जाते हो
मीठा पानी, खारा पानी,
मीठा पानी, खारा पानी।