अभिलाषा हैं ये मेरी
तेरी ही मैं बनके रहूँ
ये जन्म हैं कम सनम
हर जगह तेरे संग रहूँ
जिज्ञासा हैं ये मेरी
प्यास बनके तेरी मैं मिटु
हर उमंग तरंग हो संग
हर रंग तेरे रंग रंग में
अभिलाषा हैं ये मेरी
तेरी ही मैं बनके रहूँ
ये जन्म हैं कम सनम
हर जगह तेरे संग रहूँ
एक ही आशा हैं मेरी
तेरे साँचे में मैं ढलूँ
ये उम्र हो यूँ बसर
हमसफ़र हर सफ़र में रहूँ
प्रीतम ये वादा रहा
संगम अब सदियों के
प्रेमियों के प्रेम का होगा यहाँ
ना मिटेंगे ये निशान
मिट जाये चाहे
ये ख़याल और ये दास्तान
प्रीतम ये वादा रहा
संगम अब सदियों के
प्रेमियों के प्रेम का होगा यहाँ
मिलेंगे ज़माने आसमान
रुक जायेगा फिर ये वक़्त का कारवां
हैं यक़ीन पूरा हमको
होगी पूरी अभिलाषा
अभिलाषा हैं ये मेरी
तेरी ही मैं बनके रहूँ
ये जन्म हैं कम सनम
हर जगह तेरे संग रहूँ
जिज्ञासा हैं ये मेरी
प्यास बनके तेरी मैं मिटु
हर उमंग तरंग हो संग तेरे
हर रंग तेरे संग रंगू
प्रीतम ये वादा रहा
संगम अब सदियों के
प्रेमियों के प्रेम का होगा यहाँ
ना मिटेंगे ये निशान
मिट जाये चाहे ये ख़याल
और ये दास्तान
प्रीतम ये वादा रहा
संगम अब सदियों के
प्रेमियों के प्रेम का होगा यहाँ
मिलेंगे ज़मीन आसमान
रुक जायेगा फिर ये वक़्त का कारवां
हैं यक़ीन पूरा हमको
होगी पूरी अभिलाषा
हैं यक़ीन पूरा हमको
होगी पूरी अभिलाषा