कैसे,
कैसे मैं तुम्हारे साथ रहूँ ?
इतना कुछ होने के बाद। ...
अगर वो प्यार जो मुझे तुम्हारे साथ रख रहा था
समाप्त हो गया है
और उस भ्रम और हसरत की दुनिया में
कुछ नहीं बचा।
कैसे,
कैसे मैं तुम्हारे साथ रहूँ ?
अगर हमारे अतीत का सूरज अस्त हो चूका है
कोई फायदा नहीं खुद को
किसी ऐसी चीज के लिए लगा देना जो मर चुकी है
न ही किसी ऐसे स्थान की ओर जाने का कोई औचित्य है
जहाँ सब कुछ रेतीला है
हमें मानना होगा
कि हमारा प्यार खत्म हो गया है और हमे इस बात का एहसास भी नहीं
कि हम प्यार को थामे रखने और उसकी कदर करने में नाकाम रहे
जो अब हमें छोड़ गया है।
और हम अपने गलत रवैये को
जिससे हमें बहुत दर्द मिला है
अच्छी तरह विदा करें
हमें यह बात साफ़ तौर पर समझनी होगी
जल्द ही हम
एक-दुसरे के सबसे बड़े दुश्मन हो कर रह जाएंगे
अगर मैं तुम्हारे साथ रहूँ