मैं अपनी मुस्कान
तुम्हारे अलावा किस और को दे सकती हूँ ?
किसको
अगर तुम अब यहां नहीं हो ?
सबकुछ पहले ही खत्म हो चुका है,
हमारे बीच अब कुछ नहीं रहा ।
लेकिन शायद मेरे जीवन का कुछ थोड़ा सा
तुम्हारी आंखों में रह गया है ।
किस दुसरे से
मेरी बात हो सकती है सिवाय तुम्हारे?
किस दुसरे को
मैं अपने सपने बताऊंगी सिवाय तुम्हारे?
तुम जानते हो कि तुमने मुझे चोट पहुंचाई है
मुझे इस तरह अकेली छोड़ कर
चलो कोई बात नहीं
मैं तुम्हारी प्रतीक्षा करुँगी
किस दुसरे से
मेरी बात हो सकती है सिवाय तुम्हारे?
किस दुसरे को
मैं अपने सपने बताऊंगी सिवाय तुम्हारे?
तुम जानते हो कि तुमने मुझे चोट पहुंचाई है
मुझे इस तरह अकेली छोड़ कर
चलो कोई बात नहीं
मैं तुम्हारी प्रतीक्षा करुँगी