दुनिया की सुंदरता को देखो
रौशनी में डूबे
सभी चेहरे देखो
अपने चारों ओर देखो
सुविचारित खोज मत करो
जो हाथ बड़े उसे थाम लो
हर खिलखिलाहट एक उपहार है
इसके बारे कुछ भी मत सोचो
बस ले लो
अपनी पूरी आत्मा से ज़िंदगी से प्यार करो
अरोधनीय प्रेमभाव से
शरीर, दिल के साथ और बिना किसी हिचकिचाहट के
ज़िन्दगी से प्यार करो और उस सब कुछ से जो ज़िंदगी तुम्हे देती है
और उसे जिसकी रचना समय करता है
हर दिन जो क्षितिज पर उगता है
मौन की ध्वनि सुनो
अतीन्द्रिय ठहराव को सुनो
स्वर्गदूतों को गुज़र जाने दो
नारंगी भोर में
हवा में घुले इत्र को अपने अंदर जाने दो
यह समुद्र के किनारे की चित्तवृत्ति है
जिन्हे अनुकूल हवाओं का प्रवाह वहन करता है
और प्रतिकूल हवाएँ भी
अपनी पूरी आत्मा से ज़िंदगी से प्यार करो
अविश्वसनीय मजबूती के साथ
शरीर से, हृदय से , खुद को खो कर
ज़िन्दगी से प्यार करो और उस सब कुछ से जो ज़िंदगी तुम्हे देती है
कभी हार मत मानो
जब तक क्षितिज पर दिन है
ख़ुमारी को फिर से महसूस करो
जहाँ कहीं भी हो
इसे अपने होठों पर लगाओ
जैसे सपने में हो