इन आसूं से किसको क्या हुआ हासिल ?
माना केहना है आसान, निभाना है मुश्किल,
फिर भी ए यार मेरे, सुनले मेरी इंतेजा...
[टेक]
भूल जा, जो हुआ उसे,
भूल जा, है कसम तुझे,
मुस्कुरा, खुद को यूँ न दे तू सज़ा,
उन यादों को तू भूल जा |
वो तो नहीं था तेरे, वफाओं के काबिल,
जाने क्या सोच कर, तू ने दे दिया अपना दिल,
इस बार दिल का सौदा, करना न यूँ बेवजह...
[टेक]
तेरी ज़िन्दगी तेरी है, किसी की अम्मानत नहीं,
जब चाहे तोड़ दे, ऐसी एक इम्मारत नहीं...
इस बार दिल का सौदा, करना न यूँ बेवजह...
[टेक] x2