कबसे लगता था सारी राहें बंद हो
फिर अचानक मिल गयी तुमको
कबसे ढूँढ रहा हूँ मैं अपना मुक़ाम तो
कुछ बहकी लग सकती हैं यह बातें तुमको
पर तुमको पर तुमको जब मिला तो
देखा तुम्हें मैंने जाना
मुझे जाना कहाँ हैं
मिला प्यार का जहाँ मिला प्यार का जहाँ
मिला प्यार का जहाँ
तुम संग तुम संग तुम संग
मिला प्यार का जहाँ
मिला तुम्हें जो,तब बजे मेरे दिल में ..घुंगरू
मैं भी यही कहने वाला था
जैसे तुम सोचो,वैसे ही सोचूँ मैं
बट्टी...यह मेरी बट्टी
यह हमारा ताल-मेल है जो
समझे हम इसकी वजह को
तुम और मैं हैं एक दूजे के
अलविदा, अलविदा कह दो तनहाई को
उसका अब क्या काम हैं यहाँ
मिला प्यार का जहाँ मिला प्यार का जहाँ
मिला प्यार का जहाँ
जीना तो है तुम संग, तुम संग
तुम संग, तुम संग
मिला प्यार का जहाँ